दुआ

ऐ ज़िंदगी....!
मुश्किलों के सदा हल दें,
थक न सके हम
फुर्सत के कुछ पल दे,
दुआ है दिल से
सबको सुखद आज
और बेहतर कल दे l

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

‘सपनों की होम डिलिवरी’ में स्त्री विमर्श / डॉ. निम्मी ए.ए.

‘तिनका तिनके पास’ में अभिव्यक्त नारी चेतना/ डॉ. निम्मी ए.ए.

कोरोना काल की कविताई / डॉ.निम्मी ए.ए.