खुदा की करिश्मा

अजीब खेल है उस परमात्मा का
लिखता भी वही है
मिटाता भी वही है
भटकाता है राह तो
दिखाता भी वही है
उलझाता भी वही है
सुलझाता भी वही है
जिंदगी की मुश्किल घड़ी में
दिखता भी नहीं मगर
साथ देता भी वही हैं।
            
      

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